विराट ने रियान पराग से कहा, “आप ऑरेंज कैप नहीं जीतने वाले!”
राजस्थान रॉयल्स के रियान पराग और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान, विराट कोहली के बीच हाल ही में एक चर्चा हुई थी जिसमें अनुभवी विराट ने पराग को कुछ सलाह सहित कुछ मूल्यवान विचार दिए कि पराग को अपनी टीम को मदद करने के लिए 20-30 महत्वपूर्ण रन बनाने पर ध्यान देना चाहिए।
राजस्थान रॉयल्स के पहले मैच में पंजाब किंग्स के खिलाफ रियान पराग कुछ समय बल्लेबाजी करते हुए अपनी प्रतिभा को दर्शाने में कामयाब रहें। एक अनुभवी गेंदबाजी लाइन-अप के खिलाफ 19 वर्षीय रियान पराग अपनी प्रतिभा को तराशते हुए सिर्फ 11 गेंदों पर 25 रन बनाए थे।
पराग ने अब आरसीबी के कप्तान सह सलामी बल्लेबाज विराट कोहली से मिलने वाली सलाह के बारे में बताया है। युवा खिलाड़ी ने कहा कि उनकी पिछले साल कप्तान के साथ बातचीत हुई थी और उन्होंने उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देने और ऑरेंज कैप की चिंता करने की बात को बंद करने की सलाह दी।
उन्होंने आगे कहा कि कोहली ने उन्हें टीम को मुश्किल स्थिति से निकालने के चरण में टीम के लिए 20-30 रन बनाने की सलाह दी। पराग ने स्वीकार किया कि अब से उनका इरादा टीम के फायदे के लिए खेलना था।
क्रिकबज को दिए बयान में पराग ने बताया यूएई में आयोजित हुए पिछले आईपीएल सीजन के दौरान उनकी मुलाकात रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान कोहली से हुई थी। इस दौरान भारतीय दिग्गज ने उन्हें सकारात्मक तरीके से खेलने की सलाह दी। उन्होंने कहा,
“आपको ऑरेंज कैप नहीं मिलने वाली, आप नंबर 5 या 6 पर बल्लेबाजी करते हुए इसलिए ऑरेंज कैप के बारे में सोचने से कोई फायदा नहीं। आपको केवल ये सोचना है कि आपको अपने टीम के लिए मुश्किल हालातों में अहम 20 या 30 रन कैसे बनाने हैं, केवल ये सोचे कि आप टीम को ऐसे हालात से कैसे बाहर निकाल सकते हैं।इसलिए वो बात मेरे दिमाग में बैठ गई और अब मैं इस बारे में नहीं सोचता कि मैं कितने रन बना रहा हूं, मैं केवल ये सोचता हूं कि मैं टीम की मदद कैसे कर सकता हूं।”
‘यह आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है’
रियान पराग ने कहा कि दुनिया भर के प्रतिभाशाली क्रिकेट खिलाड़ी आईपीएल खेलने आते हैं। राजस्थान रॉयल्स के इस युवा खिलाड़ी ने इससे यही निष्कर्ष निकाला कि एमएस धोनी और विराट कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के साथ या उनके खिलाफ खेलना युवा खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाता है।
पराग ने आगे कहा,
“मानसिक रूप से, यह एक बड़ा सकारात्मक प्रभाव छोड़ता है। जब आप अपने राज्य के लिए खेलते हैं, तो आपको भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलने को मिलता है। लेकिन जब आप आईपीएल खेलते हैं, तो आपको स्टीव स्मिथ, अजिंक्य रहाणे, बेन स्टोक्स, जोस बटलर, जोफ्रा आर्चर जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का मौका मिलता है। ये शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। और फिर जब आप विराट कोहली या एमएस धोनी जैसे खिलाड़ियों के खिलाफ खेलते है तो, यह आपको मानसिक रूप से बहुत मजबूत बनाता है”