एटीके मोहन बागान से ‘एटीके’ हटाने की मांग कर रहे मोहन बागान के फैंस, सड़कों पर किया प्रदर्शन
मोहन बागान के फैंस काफी गुस्से में है और सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने को उतर आए हैं। फैंस की मांग है कि एटीके मोहन बागान से ‘एटीके’ को हटाया जाए। यह मांग एफसी गोवा और एटीके मोहन बागान के बीच हुए मुकाबले के बाद की गई जिसका नतीजा 1-1 से ड्रॉ पर खत्म हुआ और इस मुकाबले में एटीके मोहन बागान टीम के खिलाड़ियों ने काले रंग की जर्सी पहनी थी।
देश के टॉप टियर लीग में प्रवेश करने के लिए तीन बार के इंडियन सुपर लीग चैंपियन एटीके के साथ क्लब के निदेशकों के विलय के बाद से ही क्लब के प्रशंसकों को निराशा हुई है।
चूंकि दो क्लबों को मिलाकर एक बना दिया गया है तो इसलिए वफादार मोहन बागान के प्रशंसक नई आईएसएल टीम में मोहन बागान के कंट्रोल पर सवाल उठा रहे हैं। पहला उदाहरण था जब स्टार स्पोर्ट्स द्वारा जारी किए गए आईएसएल के लिए एक प्रोमो वीडियो में एटीके के पिछले सीजन के ट्रॉफी उठाने वाले क्षण को दिखाया गया जिसे देखकर दिग्गज क्लब के प्रशंसकों को बहुत निराशा हुई।
दूसरा उदाहरण यह है कि जब क्लब के प्रशंसक खुश नहीं थे क्योंकि नए क्लब के लिए जारी की गई जर्सी में तीन स्टार थे जो एटीके द्वारा जीते गए तीन ट्रॉफी को प्रदर्शित करता है और नए क्लब के आंकड़े एटीके के छह साल के कार्यकाल के समान थे। इस कारण ने मोहन बागान को अपने प्रशंसकों के लिए एक बयान जारी करने के लिए मजबूर किया।

एफसी गोवा के खिलाफ गोल का जश्न मनाते एटीके मोहन बागान के खिलाड़ी
अब, मोहन बागान के फैंस को और बुरा लगा क्योंकि एंटोनियो लोपेज हाबास के खिलाड़ियों को उनकी काली तीसरी किट पहने देखा गया था जो एटीके द्वारा पिछले सीजन में भी इस्तेमाल किया गया था। मोहन बागान के डाई-हार्ड फैंस इसे एटीके को बढ़ावा देने के लिए क्लब के शेयर होल्डरों के द्वारा बार-बार की गई रणनीति के रूप में देख रहे हैं और कोलकाता के दिग्गज क्लब की विरासत का फिर से अनादर कर रहे हैं।
प्रशंसकों ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन, मोहन बागान एथलेटिक क्लब के टेंट के सामने शुरू किया और श्याम बाजार में CESC हाउस और कोलकाता शहर में भूपेन बोस एवेन्यू कर इस मार्च को जारी रखा।
हैशटैग #RemoveATK अब ट्विटर पर कुछ समय से ट्रेंड कर रहा है। पिछले कुछ दिनों में प्रशंसकों की भीड़ बढ़ गई है और आईएसएल में टीम के नाम के आगे लगाए गए ‘एटीके’ को हटाने की मांग कुछ घंटों में ही और मजबूत हो गई है, यहां तक कि कुछ फैंस तो यह भी सुझाव दे रहे है कि दिग्गज क्लब मोहन बागान की और बदनामी से बचने के पहले उन्हें आई-लीग में वापस चले जाना चाहिए।