नेमकोव बनाम डेविस 2: क्या वडीम रीमैच में बेलाटर बेल्ट डिफेंड करे पाएंगे?
वडीम नेमकोव और फिल डेविस 16 अप्रैल को बेलाटर257 में एक लाइट हैवीवेट ग्रैंड प्रिक्स क्वार्टर फाइनल प्रतियोगिता में लड़ने के लिए तैयार हैं। क्या रूसी एथलीट मिस्टर वंडरफुल के खिलाफ रीमैच में खिताब को डिफेंड कर पाएंगे?
वडीम नेमकोव के आंकड़े
नेमकोव ने 2013 में अपने MMA करियर की शुरुआत की और 12-2 का रिकॉर्ड बना लिया। 2015 में, वडीम ने रीज़िन ग्रैंड प्रिक्स क्वार्टर फाइनल मैच में गोरान रेलिक को हराया लेकिन सेमीफाइनल में जिरी प्रोचाज़का से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2017 में रूसी खिलाड़ी ने बेलाटर में एंट्री की, लगातार 4 जीत दर्ज की और पिछले साल बेलाटरलाइट हैवीवेट ताज के लिए रेयान बैडर को चुनौती दी। उन्होंने चैंपियन को पछाड़ते हुए गोल्ड पर कब्जा जमाया। वडीम इस वक्त लगातार 7-फ़ाइट जीतने सिलसिला बरकरार रेख हुए हैं।
फिल डेविस के आंकड़े
डेविस MMA में 2008 से एक पेशेवर के रूप में मुकाबला कर रहे हैं। उनका रिकॉर्ड 22-5, 1 नो कॉन्टेस्ट। 2010-2015 में, मि. वंडरफुल ने UFC टूर्नामेंट में भाग लिया, लेकिन बेल्ट हासिल करने में असफल रहे और फिर उन्होंने बेलाटरके साथ हस्ताक्षर कर लिया। प्रमोशन में, फिल ने 2015 में लाइट हैवीवेट ग्रैंड प्रीक्स जीता और खिताब के लिए एक प्रतियोगिता में लायम मैकग्रे को हरा दिया। हालांकि, वो 2017 में रियान बैडर से हार गए। 2019-2020 में डेविस ने लगातार 3 मुकाबले लड़े और लाइट हैवीवेट में तीसरा स्थान हासिल करने में कामयाब रहे।
नेमकोव बनाम डेविस आंकड़े
वडीम प्रति मिनट (3.05 बनाम फिल की 2.85) पर 7% अधिक प्रहार करते हैं, लेकिन डेविस 15% कम शॉट्स (1.33 बनाम 1.56) को झेला करते हैं। रूसी खिलाड़ी ने 38% मुक्के दागे, जबकि मिस्टर वंडरफुल के महज 34% शॉट निशाने पर लगे।
डेविस ने नेमकोव के टेकडाउन को लगभग 5-1 (2.99 बनाम 0.60 प्रति 15 मिनट) से पीछे छोड़ दिया। हालांकि, वडीम के पास बेहतर डिफेंस है, क्योंकि वो लड़ाई को कैनवास पर लाने के लिए 13% अधिक प्रयासों को रोकते हैं (81% बनाम 72%)।
नेमकोव बनाम डेविस 2 प्रीव्यू
दोनों एथलीटों ने MMA प्रशिक्षण के दौरान ही स्ट्राइकिंग मार्शल आर्ट में भाग लिया। हालांकि, वडीम में मुक्केबाजी की अधिक बारीक स्किल, बेहतर फुटवर्क और हेड मूवमेंट है। फिल अधिकतर मुक्को पर ज्यादा फोकस रखते हैं और नेमकोव की तुलना में कम बार किक का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा, अमेरिकी खिलाड़ी शॉट्स भी अधिक मिस करते हैं।
डेविस 4 बार NCAA डिवीजन I ऑल-अमेरिकन रह चुके हैं, जबकि नेमकोव ने 4 बार कॉम्बैट सैम्बो वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती है। इस प्रकार, दोनों खिलाड़ियों की रेसलिंग की एक मजबूत पृष्ठभूमि है। फिर भी, मिस्टर वंडरफुल बहुत बार ग्रेपलिंग की पहल करते नजर आए जिसमें उनके हथियार हैं लॉक और चोक।
2018 में अपनी पहली झड़प में, नेमकोव स्ट्राइकिंग के आदान-प्रदान में बेहतर दिखे। उन्होंने फासला बनाए रखा, दूर रहकर भारी मुक्के और लो-किक्स बरसाए। फिल ने तीसरे दौर में दो बार कैनवास पर लड़ाई लड़ी, लेकिन वडीम पहले टेकडाउन के बाद जल्दी से अपने पैरों पर वापस आ गए और किमुरा लॉक को डिफेंड करने में कामयाब रहे। मिस्टर वंडरफुल ने स्पष्ट रूप से फाइनल हीट तो ली लेकिन नजदीकी फैसले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
वडीम शायद अपने राइवल को कदमों की स्किल में पीछे छोड़ दें। अपने प्रभावशाली डिफेंस और डेविस के लो-टेकडाउन सटीकता दर को देखते हुए फिल शायद ग्राउंड पर मुकाबला नहीं ला पाएंगे,जिससे की वो मैट पर अपने प्रतिद्वंद्वी को नियंत्रित कर सकें। नतीजतन, नेमकोव के पास जीत हासिल करने का बेहतरीन मौका है। रूसी खिलाड़ी की नॉकआउट दर 75% है। इस प्रकार, वडीम को, को / TKO द्वारा जीतने की उम्मीद है। हालांकि, डेविस बहुत सख्त है, और उन्हें पहले कभी नहीं रोका गया है। इसलिए, टकराव की संभावना कम से कम 4 राउंड तक होगी।
सबसे संभावित लड़ाई के नतीजे
1. वडीम नेमकोव जीत (21/50);
2. कुल राउंड 3.5 (31/50)।
Disclaimer: Fight analysis is not a betting tip or a gambling advice of any sort. Our experts determine the most likely outcome of a sporting event based on statistics and personal views. Therefore, the actual result of a competition may differ from the predicted.